इस गाँव में यादवों की आबादी अधिक है मल्लाह उसके बाद धोबी तीसरे नंबर पर ब्राह्मण नाऊ कहार तब ठाकुर |
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शनिवार, 29 जनवरी 2011
ये पुरखों का घर है !
ये पुरखों का घर है !
यहीं हम पले बढे और इतने बड़े हुए हैं.
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